वन परिक्षेत्र अभनपुर अब अखाड़े में परिवर्तित हो चुका है। अब अभनपुर डिपो में बांस की अवैध बिक्री की लड़ाई थाने पहुंच गई है। इस दौरान चौकीदार नरेंद्र साहू के परिवार ने आरोप लगाया है कि अपने आप को बचाने में बांस की अवैध बिक्री प्रकरण में अपने ही विभाग के मुख्य गवाह को संलिप्त अधिकारी ने थाने में महिला को सामने खड़ा कर अपना कवच बना लिया। आपको बता दें कि अभनपुर डिपो में चौकीदार के रूप में कार्यरत नरेंद्र साहू पर महिला से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद उसे थाना अभनपुर में गिरफ्तार कर लिया गया।
षड्यंत्रपूर्वक लगाया गया महिला
से छेड़छाड़ का आरोप : परिवार
उक्त संबंध में नरेंद्र साहू के पिता होरीलाल साहू ने मीडिया के समक्ष आकार वन विभाग के डिप्टी रेंजर पर गंभीर आरोप लगाया है कि दिनांक 28/06/2022 को पहले चौकीदार नरेंद्र साहू को डिप्टी रेंजर द्वारा कूटनीतिक तरीके से गैस ठीक करने के बहाने घर में बुलाया गया और फिर सही समय देख कर उस पर षड्यंत्रपूर्वक महिला से छेड़छाड़ का आरोप मढ़ दिया गया। आगे पूर्व चौकीदार व नरेंद्र साहू के ससुर भागवत साहू ने आरोप लगाते हुए यह भी खुलासा किया कि पहले तो डिप्टी रेंजर ने बांस को खरीद लिया और उसे बेचने नरेंद्र साहू पर दबाव डाला और जब बांस की अवैध बिक्री में जांच हुई तो उसे थाना परिसर में सुबह से शाम तक धमकाया कि तू बांस की अवैध बिक्री प्रकरण में पीछे हट नही तो तेरे ऊपर एफआईआर दर्ज करवाएंगे और नरेंद्र के नही मानने पर उस पर गलत इल्जाम लगाकर फंसाया गया। परिवार ने यह भी बताया कि नरेंद्र साहू पहले से ही बीमार रहता है और वो खुद को नहीं संभाल पाता। आगे उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब डिप्टी रेंजर ने इसलिए किया क्योंकि चौकीदार नरेंद्र साहू बांस की अवैध बिक्री नही करना चाहता और विभागीय जांच से पीछे नहीं हटा।
समय रहते विभाग करता उचित कार्यवाही तो वन परिक्षेत्र नही बनता अखाड़ा…..परिवार ने वन विभाग के उच्चाधिकारियों से न्याय दिलाने की मांग
इस पूरे वाक्ये में उच्चाधिकारियों द्वाराबांस की अवैध बिक्री प्रकरण में समय रहते कार्यवाही कर दी जाती तो शायद इस प्रकार का भर्राशाही का माहौल ना बनता। गौरतलब है कि चौकीदार नरेंद्र साहू समेत सभी दैनिक वेतनभोगियों ने विधायक धनेंद्र साहू से वन परिक्षेत्र अधिकारी मंसाराम साहू को हटाने की मांग की थी। उन्होंने विधायक धनेंद्र साहू को आवेदन के माध्यम से बताया है कि सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी मंसाराम साहू द्वारा दैनिक वेतन भोगियों पर उपशब्दों का प्रयोग करता है और चौकीदारों से गाली गलौंच व दुर्व्यवहार कर पदस्थ स्थल से अन्यंत्र ड्यूटी लगवा देता है जिससे हम सभी मानसिक रूप से प्रताड़ित है। इस व्यथा को रखते हुए सभी दैनिक वेतनभोगियों ने सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी मंसाराम साहू को हटाने निवेदन किया।परिवार ने आरोप लगाया कि इन सब से आहत होकर डिप्टी रेंजर ने ऐसा षड्यंत्र रचा। इसी बीच चौकीदार नरेंद्र साहू के वृद्ध पिता होरीलाल साहू ने परिवार सहित वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से न्याय की गुहार की है।
अमानवीय हथकंडों से
खुलेंगे और भी कई राज़
उल्लेखनीय है कि अपने आप को बचाने भ्रष्टाचार में संलिप्त किसी भी अधिकारी द्वारा भले ही इस अमानवीय कृत्य को चुना जाता हो लेकिन इन सबसे ना विभागीय जांच प्रभावित होने वाली है ना ही रुकने वाली है,बल्कि प्रकरण में और भी जल्द नए नए खुलासे होंगे, चूंकि सत्य परेशान हो सकता है परंतु पराजित नहीं हो सकता।
पूरे घटनाक्रम में सीएसपी जितेंद्र चंद्राकर ने कहा है कि विवेचना चल रही है, सारे तथ्य बाहर आ जाएंगे।