रंगों के उत्सव होली को पूरे भारतवर्ष में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष भी होली पर्व को लेकर देशवासियों में उत्साह और उल्लास है. पूरे देश में 28 मार्च को होलिका दहन और 29 मार्च को होली मनाया जायेगा.
इस अवसर पर प्रीतेश गांधी प्रदेश अध्यक्ष सर्व गुजराती समाज छत्तीसगढ़ ने समस्त प्रदेशवासियों को होली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कहा कि प्राचीनकाल से ही होलिका दहन व होली का पर्व धूम-धाम से मनाया जाता है. होलिका दहन की लपटें बहुत ही शुभकारी होती है. होलिका दहन की अग्नि में हर चिंता जलकर खाक हो जाती है, दुःख और कष्टों का नाश होता है. होलिका का अर्थ समाज की बुराईयों को जलाने का प्रतीक माना जाता है और बुराई के ऊपर अच्छाई की जीत को दर्शता है. होली रंगों का उत्सव है जो जीवन में खुशियों के नए रंग लेकर आता है. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि होलिका दहन के समय अग्नि से सुरक्षित दूरी बनाकर रखें.
प्रीतेश गांधी नेजनता से अनुरोध करते हुए कहा कि इस बार की होली हर बार से थोड़ी भिन्न है, इस वर्ष हम कोरोना जैसी जटिल महामारी का सामना कर रहें हैं इसलिए हमें सावधानी पूर्वक सरकार द्वारा जारी कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए और सुरक्षित रूप से होली का यह उत्सव मनाना है. ध्यान रहें होली के इस उत्सव में हम अपने स्वास्थ्य के साथ कोई खिलवाड़ न करें क्योंकि स्वस्थ जीवन सर्वोपरि है.
प्रीतेश गांधी ने कहा कि होली हमारे जीवन में सिर्फ खुशियां और रंग लेकर नहीं आती, यह सभी धर्मों के लोगों के बीच मित्रता और भाईचारे के बंधन को मजबूत करने का अवसर भी लेकर आती है. होली के तमाम रंग भारत की विविधता में एकता को दर्शाते हैं और यही हमारी मजबूती है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि वासंती प्रकृति के अनुपम सौंदर्य में सामाजिक सौहार्द, समृद्धि, सहिष्णुता और समरसता का रंग मिलाएं।
होली के इस पावन अवसर पर किसानों के श्रम और सैनिकों के शौर्य को प्रणाम करता हूं। उनको तथा उनके परिजनों को मेरी शुभकामनाएं। हर्ष और उल्लास का यह त्योहार हमारी एकता और सद्भावना के रंग को और प्रगाढ़ करे.सभी सुरक्षित होली खेलें व कैमिकल वाले रंगों का उपयोग न कर प्राकृतिक रंगों का उपयोग कर पुरे हर्षोल्लास के साथ अपने परिवार व मित्रों के साथ होली के त्यौहार का आनंद उठाएं।