
- रायपुर/एक्ट इंडिया न्यूज/20/5/2021
- छत्तीसगढ़ में दो दिनों से राजनीतिक विवाद का विषय बनी सोशल मीडिया Toolkit मामले में रायपुर की सिविल लाइंस पुलिस ने पहली FIR दर्ज कर ली है। पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। पुलिस ने यह केस NSUI के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत की पर दर्ज किया है।
- भाजपा नेताओं की ओर से कथित Toolkit सार्वजनिक किए जाने के बाद से ही कांग्रेस मामले में आक्रामक है। NSUI पदाधिकारियों ने मंगलवार रात 8.30 बजे के करीब रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचकर तहरीर दी। उनका कहना था कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉ. रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक मनगढ़न्त फेक न्यूज साझा कर देश मे सम्प्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है।
प्रदेश के हर ब्लॉक में हुई है शिकायत
- कांग्रेस ने आज छत्तीसगढ़ के हर ब्लॉक में भाजपा नेताओं के खिलाफ शिकायत कर FIR दर्ज करने की मांग की है। इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, महासचिव बीएल संतोष और संबित पात्रा का नाम भी शामिल है। अगर इन मामलों में भी पुलिस FIR करती है तो इन नेताओं को जमानत आदि लेने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
संबित पात्रा पर पहले भी हो चुकी FIR
- पिछले साल भी संबित पात्रा के खिलाफ छत्तीसगढ़ के कई थानों में शिकायतें हुई थी। सिविल लाइंस थाने में युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद्र पाढ़ी की ओर से 12 मई 2020 को दी गई शिकायत के आधार पर FIR दर्ज हुई। शिकायत में कहा गया था कि संबित पात्रा ने 10 मई को ट्वीट करके दो पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहर लाल नेहरू और राजीव गांधी पर कश्मीर मसले, 1984 सिख दंगों और बोफोर्स घोटाले को लेकर झूठा आरोप लगाया था। पिछले महीने ही उच्च न्यायालय ने इस FIR को रद्द करने का आदेश देकर भाजपा नेता को बड़ी राहत दी थी।
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