- रायपुर/सीएजी चेन्नई व अनमोल फाउंडेशन रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में “भारत में बिजली प्रशासन के लिए स्टैकहोल्डर भागीदारी में सुधार करके स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण में तेजी लाना” विषय पर विद्युत उपभोक्ताओं की एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
- उक्त कार्यशाला में बतौर अतिथि क्रेडा छत्तीसगढ़ से सलाहकार संजीव जैन व दुर्गा महाविद्यालय से प्रो. सुनीता चंसोरिया, मोहन वर्ल्यानी अध्यक्ष प्रकृति की ओर सोसायटी तथा भरत राम सीएजी चेन्नई शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए अनमोल फाउंडेशन के निदेशक संजय शर्मा ने अतिथियों व प्रतिभागियों का स्वागत के साथ किया।
- उसके पश्चात संजय शर्मा ने विद्युत सेक्टर में उपभोक्ताओं की समस्याओं पर ध्यान दिलाते हुए अनमोल फाउंडेशन के कार्यो को विस्तार से बताया तथा कार्यशाला के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए बिजली बिल, टैरिफ, समस्याओं के निराकरण के लिए सीएसईबी की ढांचागत व्यवस्था ,विद्युत नियामक आयोग के सम्बंध में चर्चा करते हुए जानकारी दी व अतिथियों के सम्बंध में जानकारी साझा की।
- प्रकृति की ओर सोसायटी से मोहन वर्ल्यानी ने चर्चा करते हुए कार्यक्रम की तारीफ करते हुए कहां की उपभोक्ताओं के लिए यह एकदम नया है। इस कार्यक्रम से उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के बारे तथा विद्युत विभाग से सम्बंधित जानकारी हाशिल होगी।
- क्रेडा के संजीव जैन ने प्रतिभागियों को सोलर ऊर्जा की योजनाओं व उनका लाभ कैसे लिया जा सकता है। पीएम सूर्य घर योजना, कुसुम योजना के सम्बंध में व्यापक जानकारी दी साथ ही उन्होंने विद्युत बिल व टैरिफ का निर्धारण कैसे होता है उसके बारे में बताया साथ ही उपभोक्ता अपने शिकायतों के निराकरण के लिए विद्युत उपभोक्ता फोरम जा सकते है जिसके शिकायत के तरीके व सुनवाई कैसे होती है उसकी जानकारी साझा की। सौर्य ऊर्जा का लाभ कैसे ले सकते है अपने घरों में सोलर कैसे लगवा सकते है और उसके लिए शासन कितना छूट देती है उसके बारे में जानकारी दी गई।
- कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दुर्गा महाविद्यालय की प्रो सुनीता चंसोरिया ने स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के लिए स्कूलों व विद्यार्थियों को कैसे जोड़कर उपभोक्ताओं को जागरूक कर सशक्त बनाया जा सकता है। इसके बारे में जानकारी दी गई। सीएजी चेन्नई के भरत राम द्वारा सीएजी के कार्यो को विस्तार से बताते हुए उपभोक्ताओं के लिए जो कार्य किए जा रहे है उनके बारे में जानकारी दी गई जिसमें उपभोक्ताओं के शिकायत व निराकरण का डाटा व प्रक्रिया साझा किया गया।
- इसके साथ ही विद्युत नियामक आयोग, विद्युत वितरण कंपनी के कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए अन्य राज्यों में टैरिफ, बिल व कनेक्शन लेने में आने वाली वर्डनट के बारे में जानकारी दी गई। प्रतिभागियों की ओर से भी टेम्परेरी कनेक्शन को कैसे नियमित कनेक्शन में बदलाव कर सकते है आदि इस तरह के प्रश्न उठाए गए। जिनका उत्तर अतिथियों ने दिया वे संतुष्ट हुए। अन्त में डा.पुरुषोत्तम चंद्राकर द्वारा अतिथियों व प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम में स्वैच्छिक संस्थाओं, व्यापारिक प्रतिष्ठान व घरेलू उपभोक्ता शामिल हुए।