किटी पार्टी में उपजा विवाद एफआईआर तक पहुँचा, बात रायपुर में शुरू हुई किटी पार्टी के आयोजक चेतन तारवानी जो कि पेशे से एक प्रतिष्ठित चार्टर्ड अकाउंटेंट और अनिल जोतसिंघानी जो कि पेशे से इवेन्ट मेनेज करने का व्यवसाय करते है, गत दिनों चेतन तारवानी ने होटल में एक किटी पार्टी के आयोजन के लिये अनिल जोतसिंघानी को जिम्मा दिया था। पार्टी के दौरान दोनों के बीच पार्टी के खर्च को लेकर जो विवाद शुरु हुआ और पुलिस में F.I.R. तक पहुँच गया और उसमें अनिल जोतसिंघानी ने चेतन तारवानी पर अपनी पत्नी से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए मंदिर हसौद थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी।
इस पर उक्त एफआईआर के विरोध में पूरे समाज से लगभग 50 लोगों ने तारवानी के पक्ष में खड़े होकर कड़ी आपत्ति जताते हुए एसपी को ज्ञापन देकर विरोध दर्ज कराया। उस समय चेतन तारवानी एव पत्नी मनीष तारवानी भी साथ रहे, जबकि जोतसिंघानी और तारवानी सिंधी समाज के है। तारवानी की पत्नी मनीष तारवानी ने कहा कि पति चेतन तारवानी मेरे साथ हर समय थे. ऐसी कोई बात हुई ही नहीं है। सभी ने आरोपों को गलत बताया।
दरअसल एक निजी होटल मेंकिटी पार्टी रखी गई थी. इस पार्टी के दौरान हंसी मजाक के बीच विवाद शुरू हो गया. मामला पैसों के लेनदेन से भी जुड़ा हुआ था. चेतन तारवानी की ओर से एसपी को दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि अनिल जोतसिंघानी के सारे आरोप झूठे हैं. किटी पार्टी के लिए 23 हजार का खर्चा आ रहा था, लेकिन मुझसे 33 हजार रुपए लिया गया. इस बात पर ही दोनों के बीच विवाद हुआ. इस विवाद को नया रंग देकर पेश किया गया. किटी पार्टी में समाज के लोग परिवार समेत मौजूद थे. वीडियो रिकार्डिंग भी की गई. बावजूद इसके छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाया गया. वे मेरे छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रह।
चेतन तारवानी ने बताया कि इसी प्रकार पूर्व में भी अनिल जोतसिंघानी ने कई लोगों के खिलाफ शिकायतें की है। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर को दिए ज्ञापन में बताया कि होटल की सीसीटीवी फुटेज से सत्यता सामने आ जाएगी, फुटेज की रिकार्डिंग कुछ दिनों में नष्ट हो जाएगी इसलिए इसे सुरक्षित रखने की कार्रवाई करें. उन्होंने झूठी शिकायत की सत्यता की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग भी की है।