छत्तीसगढ़धर्म / ज्योतिषरायपुर
जैन समाज के तपस्वियों ने की अक्षय तृतीया की आराधना

मास्टर प्रियश आशिष झाबंड ने
तपस्वियों को करवाया पारणा
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- रायपुर/एक्ट इंडिया न्यूज/15/05/2021
- जैन समाज में भी अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है। इस दिन जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर भगवान ऋषभदेव के दर्शन, प्रार्थना और गीत गए जाते हैं। उक्त जानकारी देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता दिलीप झाबंड व ओमप्रकश बरलोटा ने बताया वर्षीतप की आराधना और पारणे के लिए इस दिवस का विशेष महत्व है।
- इस दिन अनेक तपस्वियों ने एक वर्ष या दो वर्ष तक एक दिन उपवास और एक दिन पारणा कर अपनी तपस्या को शुरू किया या पूर्ण किया। बरलोटा ने बताया इस दिन प्रथम तीर्थकर ऋषभदेव भगवान ने एक वर्ष की पूर्ण तपस्या करने के पश्यात गन्ने के रस से पारणा किया था।
- जगदलपुर निवासी श्रीमती अनिता अनिल बाफना ने वर्षीतप किया जिसका पारणे का कार्यक्रम अनिल बाफना ने अपने परिवार के सदस्यो की उपस्थिती में जगदलपुर में सम्पन्न किया।
- धमतरी से नीलेश पारख, श्रीमती संगीता नीलेश पारख ने वर्षीतप किया जिसका पारणा धमतरी निवासी नीलेश पारख के निवास पर श्रीमती चन्द्रा देवी दिलीप कुमार झाबंड, मास्टर प्रियश आशिष झाबंड (रायपुर), श्रीमती अनिता अनिल बाफना, अनिल बाफना (जगदलपुर), लक्ष्मीलाल लूनिया, सन्तोष कांकरिया, विनोद पींचा, हर्ष पारख, सिद्धार्थ पारख, अभिषेक दुग्गड, श्रीमती सोनिया अभिषेक दुग्गड (राजिम), जितेन्द्र लोढ़ा निधि लोढ़ा, दिलीप बाफना, प्रझा बाफना व अन्य परिवार के कुछ सदस्यों ने व्यक्तिगत एवम कुछ सदस्यों ने झूम एप्प के माध्यम से अपनी अपनी उपस्थिती में मास्टर प्रियश आशिष झाबंड ने तपस्वियों को पारणा करवाया।